एलन मस्क ने कहा- EVM को खत्म कर देना चाहिए; दुनिया के सबसे अमीर शख्स ने बताई यह वजह, बयान के बाद भारत में सियासी बवाल
X Chief Elon Musk Says We Should Eliminate Electronic Voting Machine
Elon Musk on EVM: दुनियाभर में प्रसिद्ध माइक्रो ब्लॉगिग प्लेटफॉर्म 'X' (ट्विटर) के मालिक एलन मस्क अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. सोशल मीडिया पर एलन मस्क की एक्टिविटी भी काफी ज्यादा है और यहां वह अक्सर छोटे-बड़े मामलों पर खुलकर अपनी बात रखते हैं। कभी-कभी तो एलन मस्क सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा भी कह जाते हैं कि उनके बयान से एक अलग हलचल पैदा हो जाती है। जैसे इस समय उनके EVM पर दिए गए बयान को लेकर दुनिया में हलचल मच गई है। भारत में भी कांग्रेस समेत अन्य विपक्ष पार्टियों द्वारा एलन मस्क का बयान हाथों-हाथ लिया जा रहा है।
दरअसल, एलन मस्क ने चुनाव करवाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानि EVM पर कड़ी आपत्ति जताते हुए बड़ा बयान जारी किया है। इस तरह से एलन मस्क भी 'EVM हटाओ' मुहिम में शामिल हो गए हैं। एलन मस्क का कहना है कि, हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन EVM को खत्म कर देना चाहिए। इसमें मनुष्यों या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम है, भले ही यह जोखिम छोटा है, फिर भी बहुत अधिक है। एलन मस्क ने अपना यह बयान प्यूर्टो रिको के चुनाव में EVM में गड़बड़ी पाए जाने की रिपोर्ट के संदर्भ में जारी किया।
उधर, एलन मस्क ने EVM को लेकर बयान जारी ही किया था कि भारत में एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा ज़ोरों-शोरों से जिंदा हो गया और लोकसभा चुनाव के बाद इसकी फिर से चर्चा शुरू हो गई। देश में राहुल गांधी और अखिलेश यादव समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने एलन मस्क के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी और ईवीएम का विरोध किया।
एलन मस्क के बयान के बाद EVM पर क्या बोले राहुल गांधी?
एलन मस्क के बयान के बाद EVM को लेकर पहले ही मुखर हो रखे राहुल गांधी ने कहा- भारत में ईवीएम एक "ब्लैक बॉक्स" है, और किसी को भी इसकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएँ जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।
इधर राहुल गांधी के अलावा समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने भी एलन मस्क के बयान को सोशल मीडिया पर रीपोस्ट किया और कहा- ‘टेक्नॉलजी’ समस्याओं को दूर करने के लिए होती है, अगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए, तो उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। आज जब विश्व के कई चुनावों में EVM को लेकर गड़बड़ी की आशंका ज़ाहिर की जा रही है और दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स EVM में हेराफेरी के ख़तरे की ओर खुलेआम लिख रहे हैं, तो फिर EVM के इस्तेमाल की ज़िद के पीछे की वजह क्या है, ये बात भाजपाई साफ़ करें। आगामी सभी चुनाव बैलेट पेपर (मतपत्र) से कराने की अपनी माँग को हम फिर दोहराते हैं।
इस समय दुनिया के अमीर शख्स हैं एलन मस्क
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- EVM को आराम करने दीजिए
4 जून को लोकसभा चुनाव रिजल्ट आने के बाद जब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से सवाल किया गया कि EVM में गड़बड़ी और रिजल्ट बदले जाने को जो आरोप लगाते रहे हैं, उस पर वह क्या कहना चाहेंगे? इस पर मुख्य चुनाव आयुक्त का कहना था कि, रिजल्ट आ चुका है और सबके सामने है, बेचारी EVM को अब क्यों पीटना है, EVM को अब इससे दूर रहने दीजिये, थोड़े दिन उसको भी आराम करने दीजिये।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- अगले चुनाव तक आराम करेगी, फिर बाहर आएगी, फिर वो गाली खाएगी। इसके बाद फिर वो अपना रिजल्ट अच्छे से देके जाएगी। राजीव कुमार ने कहा था कि पिछले 20 से 22 चुनाव से ईवीएम अपने रिजल्ट दे रही है, सरकारें बदलती जा रहीं हैं, राजीव कुमार ने कहा, जब ईवीएम का जन्म हुआ तो उस वक्त शायद मुहूर्त ऐसा था कि उसको गाली ही खानी है, लेकिन वो बहुत भरोसेमंद चीज है और वो हर प्रकार से तटस्थ हो चुकी है और अपना काम करते जा रही है।
ईवीएम जिंदा है या मर गई, पीएम मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज
रिजल्ट के बाद संसद में एनडीए संसदीय दल की मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा था, 'ईवीएम जिंदा है या मर गई? मोदी ने कहा था कि 4 जून के पहले इंडी गठबंधन वाले ईवीएम को लगातार गाली दे रहे थे और ये लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास ही उठ जाए। मुझे तो लगता था कि इस बार ये लोग ईवीएम का अर्थी जुलूस निकालेंगे, लेकिन 4 जून को शाम आते-आते उनको ताले लग गए। ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है। मैं मानता हूं कि 5 साल अब ईवीएम सुनाई नहीं देगा। 2029 में ये मुद्दा फिर उठेगा।
विपक्ष के लोग पिछली शताब्दी में जीने वाले
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, चुनाव के बीच विपक्ष ने चुनाव को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा तक ठकठकाया। इस देश को लोग विपक्ष को कभी माफ नहीं करेगा। वो पिछली शताब्दी में जीने वाले लोग हैं। वो टेक्नोलॉजी के स्वीकार नहीं करते हैं। ये लोग प्रगति के विरोधी, आधुनिकता के विरोधी हैं। ये देश की चिंता का विषय है।